International labour day in hindi

labour day in hindi

1 मई को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है जो पूरी दुनिया के कामगारों को एक दूसरे से जोड़ता है. इस दिवस को मनाये जाने के पीछे इस दुनिया को अपनी मेहनत से सींचने वाले मजदूरों को सलाम करने के साथ ही उनक काम के लिए धन्यवाद प्रेषित करने जैसा है. इसकी शुरूआत की कहानी भी कम रोचक नहीं है, इसकी शुरूआत 18वीं सदी से हुई है.

क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस?
(Why we celebrate laobur day in hindi)


अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस जिसे लेबर डे (labour day) या मई डे (May day) के नाम से भी जाना जाता है के बारे में माना जाता है कि इसकी शुरूआत 1 मई 1886 से मानी जाती है. इसी साल के अमेरिका के मजदूर यूनियनों ने अपने काम के समय को 8 घंटे तक सीमित रखने के लिए हड़ताल किया था और इसी हड़ताल प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ हुई झड़प में 7 मजदूरों की मौत पुलिस की गोली से हुई थी. इस संघर्ष का परिणाम यह हुआ कि कामगारों की बात मानी गई और काम के लिए उनके 8 घंटे के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया. यही कारण है कि आज पूरी दुनिया में काम के लिए सिर्फ 8 घंटे ही निर्धारित किए जाते हैं. इसी सफलता के जश्न को 1 मई के दिन मजदूर दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा.

भारत में मजदूर दिवस का इतिहास
(History of Labour day in India in hindi)


भारत में मजदूर दिवस का इतिहास लगभग एक शताब्दी पुराना है. पहले पहल इसे तत्कालीन मद्रास जिसे आज चेन्नई के नाम से जाना जाता है में 1 मई 1923 को मनाया गया.यह शुरूआत उस वक्त के साम्यवादी नेता सिंगरावेलू चेट्यार के प्रभाव की वजह से हुआ. इसे स्थानीय पुट देने के लिए इस दिवस को मद्रास दिवस के नाम से भी बुलाया गया.इसी दिन मद्रास में पहली बार मजदूरों ने अपने हकों के लिए मद्रास हाईकोर्ट के बाहर बड़ी संख्या में एकत्रित होकर प्रदर्शन किया और मांग रखी कि मजदूरों के दिवस के तौर पर इसे पूरे भारत में मनाया जाए और इस दिन का अवकाश रखा जाए. आज यह दिवस भारत सहित दुनिया के लगभग सभी देशों में मनाया जाता है.


मजदूर दिवस पर महान लोगों की सुक्तियां
(Quotes on labour day)

"किसी भी देश की उन्नती उस देश के मजदूरों और किसानों पर निर्भर करती है"  — महात्मा गांधी
"यदि कोई व्यक्ति आपको बताता है कि वह अमेरिका को प्यार करता है, फिर भी श्रम से नफरत करता है, वह झूठा है अगर कोई व्यक्ति आपको बताता है कि वह अमेरिका पर भरोसा करता है, लेकिन श्रम का भय है, वह मूर्ख है। " - अब्राहम लिंकन
"लेकिन शायद यह श्रमिक है जो आपको आकार देता है - चांग- रा ली 
"मेरी राय में, सूरज बेहतर काम करने के लिए बनाया गया था।" - हेनरी डेविड थोरो
"तीन सबसे हानिकारक व्यसन हेरोइन, कार्बोहाइड्रेट और मासिक वेतन है।" - नासीम निकोलस टेलेब
"वह जो अपने हाथों से काम करता है वह एक मजदूर है। 
वह जो अपने हाथों और सिर के साथ काम करता है वह एक शिल्पकार है 
वह जो अपने हाथों, सिर और दिल से काम करता है, वह एक कलाकार है। " - असिसि के फ्रांसिस

मजदूर दिवस पर ​कविताएं और शेर
(Poems on labour day in hindi)


वो जिसके हाथ में छाले हैं पैरों में बिवाई है
उसी के दम से रौनक आपके बंगले में आई है

इधर एक दिन की आमदनी का औसत है चवन्नी का
उधर लाखों में गांधी जी के चेलों की कमाई है

कोई भी सिरफिरा धमका के जब चाहे जिना कर ले
हमारा मुल्क इस माने में बुधुआ की लुगाई है

रोटी कितनी महंगी है ये वो औरत बताएगी
जिसने जिस्म गिरवी रख के ये क़ीमत चुकाई है.
                                            — अदम गोंडवी

थके मजदूर रह-रह कर जुगत ऐसी लगाते हैं
कभी खैनी बनाते हैं कभी बीड़ी लगाते हैं

जहां नदियों का पानी छूने लायक़ भी नहीं लगता
हमारी आस्था है हम वहाँ डुबकी लगाते हैं

ज़रूरतमंद को दो पल कभी देना नहीं चाहा
भले हम मन्दिरों में लाइनें लम्बी लगाते हैं

यहां पर कुर्सियां बाक़ायदा नीलाम होती हैं
चलो कुछ और बढ़कर बोलियां हम भी लगाते हैं

नहीं नफ़रत को फलने-फूलने से रोकता कोई
यहां तो प्रेम पर ही लोग पाबन्दी लगाते हैं.
                                  — ओमप्रकाश यती  
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